गुलशन के पवन कही बदल ना दे कौशाम्बी संसदीय सीट की हवा का रुख
कुंडा के जिला पंचायत सदस्य पवन सरोज की बढ़ती लोकप्रियता बढ़ा रही कौशाम्बी के प्रत्याशियों की धड़कन
लगातार तीन महीने से गांव गांव जाकर लोगो तक पहुंचा रहे है पीडीए का नारा
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने दिया आश्वासन
जिला पंचायत सदस्य चुनाव में कैबिनेट मंत्री रहे राजेंद्र प्रताप उर्फ मोती सिंह के भतीजे को दी थी मात
कौशांबी : जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है । वैसे ही चुनावी सर गर्मी सर चढ़कर बोल रही है। अभी से ही लोग अपने-अपने प्रत्याशियों की चर्चाएं करना प्रारंभ कर दिए हैं। इन चर्चाओं में सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी से चर्चित नाम इस बार पवन सरोज जिला पंचायत सदस्य प्रतापगढ़ का नाम जोरों पर है । लोगों का मानना है कि इस बार कौशांबी का नेतृत्व करने वाला युवा होना चाहिए ।वही लगातार 3 महीने से कौशांबी के गांव गांव में लोगों के बीच पहुंचकर पवन सरोज अपनी दीवानगी कुछ इस कदर बढ़ा दिए हैं। कि लोग समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से पवन सरोज के टिकट के लिए सोशल मीडिया का प्लेटफार्म अपना रहे हैं। वही बढ़ती लोकप्रियता देखकर कौशांबी के सभी प्रत्याशियों में घबराहट सी है। लोगों की चाय पर चर्चा है की कही यदि पवन सरोज को लोकसभा का टिकट मिल जाएगा। तो यह सीट समाजवादी पार्टी के खाते में चली जायेगी।
कुंडा और बाबागंज से गुलशन का साथ
कौशाम्बी के लोगों का मानना है कि समाजवादी पार्टी कुंडा और बाबागंज से हर बार पीछे हो जाती है। और कौशांबी के तीनों विधानसभा में समाजवादी पार्टी की भारी बहुमत रहती है। इस बार कुंडा और बाबागंज में गुलशन यादव ने अपना हाथ पवन सरोज के ऊपर रखा है। लोगों का मानना है कि गुलशन यादव की अच्छी लोकप्रियता है लोगों के बीच में और जब कुंडा और बाबागंज से यह दोनों नाम समाजवादी पार्टी को बढ़त दिलाएंगे तो समझो पार्टी पूरी तरीके से जीत के कगार पर पहुंच जाएगी।
कौशाम्बी से इंद्रजीत का हाथ तो जीत पक्की
वही चुनावी पंडितों का मानना है कि यदि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने अपना हाथ पवन सरोज के ऊपर रख दिया तो। उनका टिकट पक्का हो जाएगा और जिस प्रकार इंद्रजीत सरोज की कौशांबी में लोगों के बीच लोकप्रियता है इससे जीत पक्की है।
मैं, मेरी पत्नी और बेटा नहीं लड़ेंगे चुनाव: इंद्रजीत
सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने खुद चुनाव लड़ने से साफ इंकार कर दिया है। तीन मार्च को पश्चिमशरीरा में हुई बैठक के दौरान उन्होंने मंच से कहा था कि वह और उनके परिवार का कोई भी सदस्य ताल ठोंकने के मूड में नहीं है। चर्चा पत्नी या बेटे के कौशांबी संसदीय सीट से चुनावी रणभूमि में उतरने की थी।
इंद्रजीत ने किया किनारा
उत्तर प्रदेश की कौशांबी संसदीय सीट से मैं, मेरी पत्नी अथवा बेटा लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। चार नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है। इन्हीं नामों पर विचार किया जा रहा है। अंतिम निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे।
इंद्रजीत सरोज-राष्ट्रीय महासचिव, सपा
By - Shiva Yadav ( My Kaushambi )